डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतें सरकार के लिए वैसे ही मुसीबत बनी हुई है, बुधवार को करोड़ों रुपये लेकर फरार शराब व्यवसायी विजय माल्या के वित्त मंत्री अरुण जेटली को लेकर बयान ने हंगामा खड़ा कर दिया था। बुधवार को विजय माल्या ने कहा था कि उसने लंदन जाने से पहले जेटली से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही विपक्ष जेटली के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है।
अब आग में घी डालने का काम भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने किया है। गुरुवार को स्वामी ने ट्वीट किया कि माल्या के देश से भागने को लेकर दो तथ्य हमारे सामने हैं, जिन्हें कोई नकार नहीं सकता है।
1. 24 अक्टूबर 2015 को विजय माल्या के खिलाफ जारी हुए लुकआउट नोटिस को ब्लॉक से रिपोर्ट में बदला गया। इसकी मदद से वह 54 लगेज आइटम लेकर भागने में सफल हुआ।
2. विजय माल्या ने संसद के सेंट्रल हॉल में वित्त मंत्री को बताया था कि वह लंदन जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जेटली का बचाव करते हुए ट्वीट किया कि संसद के गलियारों में माल्या ने जानबूझकर वित्त मंत्री से ऐसी बात की और वित्त मंत्री ने मना करते हुए बैंकों से बात करने को कह दिया। कांग्रेस इस बात को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। यह सब राहुल गांधी की लंदन यात्रा के बाद हुआ। क्या राहुल गांधी और विजय माल्या मिलकर काम कर रहे हैं?
वहीं, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया कि माल्या ने राज्यसभा का सदस्य होने का अनुचित फायदा उठाया है। माल्या ने झूठ बोला है और शिष्टाचार के नियमों का उल्लंघन किया है। इस प्रकार के अविश्वसनीय व्यक्ति के बारे में और उनकी टिप्पणी पर जो लोग भरोसा करते हैं, उनकी दोस्ती पता चलती है।
कांग्रेस नेता पुनिया बोले, देखा था माल्या को वित्त मंत्री से बात करते
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि जब माल्या के देश से भागने की खबर आई उससे दो दिन पहले ही उन्होंने संसद के केंद्रीय कक्ष में उसे जेटली जी के साथ बातचीत करते देखा था। इससे पहले, पुनिया ने ट्वीट करके भी यह दावा किया था और जेटली पर ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया था।
जेटली ने फेसबुक पर दी सफाई
वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सफाई देते हुए फेसबुक पर कहा कि माल्या का दावा तथ्यात्मक आधार पर गलत है। 2014 से अब तक मैंने उन्हें मिलने का समय ही नहीं दिया। वह राज्यसभा सदस्य थे, और कभी-कभार सदन आते थे। एक बार मैं सदन से अपने कमरे में जा रहा था, तभी वह साथ आ गए। माल्या ने समझौता करने को कहा था, लेकिन मैंने उनसे कहा कि मुझसे यह बात करने को कोई फायदा नहीं, यह बात बैंकों से करें।
राहुल गांधी ने की इस्तीफा देने की मांग
वहीं, दूसरी ओर विपक्ष ने इस मामले में जेटली से इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि माल्या के आरोप बेहद गंभीर हैं। प्रधानमंत्री को तत्काल इसकी जांच करवानी चाहिए और जांच पूरी होने तक अरुण जेटली को इस्तीफा दे देना चाहिए।